भारत एक संविधानिक गणराज्य है, और इस गणराज्य का सर्वोच्च पद होता है — राष्ट्रपति। वर्ष 2025 में भारत की राष्ट्रपति हैं — द्रौपदी मुर्मू। आइए जानें कि वर्तमान राष्ट्रपति कौन हैं, उनका जीवन परिचय, कार्यकाल, शक्तियाँ, और उनके कार्यों का प्रभाव भारत के लोकतंत्र पर कैसे पड़ता है।
भारत के राष्ट्रपति भारतीय गणराज्य के प्रथम नागरिक होते हैं। वे भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर भी होते हैं। हालांकि भारत में संसदीय प्रणाली है, फिर भी राष्ट्रपति का पद काफी सम्मानजनक और प्रभावशाली होता है।

वर्तमान में (2025 में) भारत की राष्ट्रपति हैं – द्रौपदी मुर्मू।
वह 25 जुलाई 2022 को भारत की राष्ट्रपति बनीं।
🔶 द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं।
🔶 वह भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं (पहली थीं प्रतिभा पाटिल)।
🔶 वह राष्ट्रपति पद पर आसीन होने वाली सबसे युवा राष्ट्रपति भी हैं।
| बिंदु | विवरण |
| पूरा नाम | द्रौपदी मुर्मू |
| जन्म | 20 जून 1958 |
| जन्म स्थान | मयूरभंज, ओडिशा |
| जातीयता | संथाल जनजाति |
| शिक्षा | रमादेवी वूमेन कॉलेज, भुवनेश्वर |
| पेशे से | शिक्षिका, समाजसेविका |
| राजनीतिक पार्टी | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
द्रौपदी मुर्मू का जन्म एक गरीब संथाल आदिवासी परिवार में हुआ।
उन्होंने कड़ी मेहनत और संघर्ष से अपनी पढ़ाई पूरी की और समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करना शुरू किया।
- 1997 में ओडिशा नगरपालिका परिषद की सदस्य बनीं।
- 2000 से 2004 तक ओडिशा सरकार में मंत्री रहीं।
- 2015 में झारखंड की राज्यपाल बनीं — झारखंड की पहली महिला राज्यपाल।

भारत में राष्ट्रपति का चुनाव एक इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा किया जाता है जिसमें शामिल होते हैं:
- लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित सदस्य
- राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य
🔶 चुनाव गुप्त मतदान द्वारा होता है और यह प्रो-रेटा वोटिंग सिस्टम पर आधारित होता है।
- राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है।
- एक व्यक्ति एक से अधिक बार राष्ट्रपति बन सकता है।
भारत के राष्ट्रपति की शक्तियाँ मुख्यतः सांकेतिक होती हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में वे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- प्रधानमंत्री और मंत्री परिषद की सलाह पर कार्य करते हैं।
- सभी सरकारी नियुक्तियाँ — जैसे प्रधानमंत्री, राज्यपाल, सुप्रीम कोर्ट के जज — राष्ट्रपति द्वारा की जाती हैं।
- संसद के सत्र को आह्वान और स्थगित कर सकते हैं।
- अध्यादेश (Ordinance) जारी कर सकते हैं जब संसद सत्र में न हो।
- माफी, राहत, निलंबन या सजा में बदलाव का अधिकार होता है।
- मौत की सजा को भी माफ कर सकते हैं।
राष्ट्रपति तीन प्रकार के आपातकाल घोषित कर सकते हैं:
- राष्ट्रीय आपातकाल (Article 352)
- राज्य आपातकाल (Article 356)
- वित्तीय आपातकाल (Article 360)
| क्र. | नाम | कार्यकाल |
| 1 | डॉ. राजेन्द्र प्रसाद | 1950–1962 |
| 2 | डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन | 1962–1967 |
| 3 | डॉ. ज़ाकिर हुसैन | 1967–1969 |
| 4 | वी. वी. गिरी | 1969–1974 |
| 5 | फखरुद्दीन अली अहमद | 1974–1977 |
| 6 | नीलम संजीव रेड्डी | 1977–1982 |
| 7 | ज्ञानी जैल सिंह | 1982–1987 |
| 8 | आर. वेंकटरमण | 1987–1992 |
| 9 | डॉ. शंकर दयाल शर्मा | 1992–1997 |
| 10 | के. आर. नारायणन | 1997–2002 |
| 11 | डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम | 2002–2007 |
| 12 | प्रतिभा पाटिल | 2007–2012 |
| 13 | प्रणब मुखर्जी | 2012–2017 |
| 14 | राम नाथ कोविंद | 2017–2022 |
| 15 | द्रौपदी मुर्मू | 2022–वर्तमान |
उत्तर: 2025 में भारत की राष्ट्रपति हैं द्रौपदी मुर्मू।
उत्तर: भारत में राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।
उत्तर: भारत की पहली महिला राष्ट्रपति थीं प्रतिभा पाटिल।
उत्तर: राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचित प्रतिनिधियों के इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा किया जाता है।
भारत के राष्ट्रपति का पद सिर्फ एक संवैधानिक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा पद है जो भारतीय लोकतंत्र और उसकी संविधानिक व्यवस्था को बनाए रखने में केंद्रीय भूमिका निभाता है।
द्रौपदी मुर्मू जैसे नेतृत्वकर्ताओं का राष्ट्रपति बनना यह दर्शाता है कि भारत एक विविधता और समान अवसरों का देश है।
राष्ट्रपति पद का महत्व हर नागरिक को समझना चाहिए, क्योंकि वे हमारे देश की एकता, अखंडता और गरिमा के प्रतीक होते हैं।
